“न्यार (पराल) का खुम्ब" |
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“न्यार (पराल) का खुम्ब" धान के पौधे से मंडाई के बाद बाकि बचे हिस्से (घास) को न्यार (पराल) कहते हैं, उसे सुखा कर इस प्रकार से पेड़ों में पूली (गढ़री) बांद के रखते हैं. इसे “खुम्ब” कहते हैं. इस प्रकार से सूखी घास को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जाता है.., और जब जगलों में घास की कमी होती है...उस समय इस खुम्ब से न्यार की गठरी निकालते हैं और पशुओं के घास/चारे के रूप में देते हैं... join us on facebook www.facebook.com/bhulapahadi |
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